Wednesday, July 30, 2025

जैविक कृषि, कोदो-कुटकी और उन्नत खेती के लिए किसानों को जागरूक करें’


कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने तीन जिलों के अधिकारियों की बैठक लेकर दिए निर्देश
कहा, आश्रम-छात्रावासों के विद्यार्थियों का भविष्य संवारने की महती जिम्मेदारी अधिकारियों की
उत्तर बस्तर कांकेर 31 जुलाई 2025/ प्रदेश के आदिम जाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, कृषि तथा किसान कल्याण विभाग के मंत्री श्री रामविचार नेताम ने आज जिला कार्यालय कांकेर के सभागार में कांकेर, बालोद एवं धमतरी जिलों के विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर योजनाओं के क्रियान्वयन प्रगति की समीक्षा की। साथ ही बीज एवं उर्वरक वितरण तथा किसान कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जैविक कृषि, कोदो-कुटकी और उन्नत खेती के लिए किसानों के बीच योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना बेहद जरूरी है, इसके लिए अधिकारी किसानों को सतत् जागरूक करें।
 आज सायं 05.30 बजे से आयोजित बैठक में कृषि मंत्री श्री नेताम ने कहा कि समितियों में भण्डारित खाद को अविलंब किसानों को वितरित करना सुनिश्चित करें, ताकि समय पर फसलों को उपयुक्त खाद मिल सके। 
उन्होंने कृषि एवं उद्यानिकी फसलों को और अधिक उन्नत बनाने तथा योजनाओं की पहुंच सभी किसानों पर सुनिश्चित करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। कैबिनेट मंत्री श्री नेताम ने रासायनिक उर्वरकों से मृदा को होने वाले दुष्प्रभावों से किसानों को जागरूक करने पर जोर दिया। उन्होंने उद्यानिकी के क्षेत्र में रोजगार के अवसर हेतु युवाओं को रिफ्रेशर प्रशिक्षण देने एवं तकनीकी जानकारी देने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही मुनगा एवं ऑयल पॉम, कोदो-कुटकी जैसे रोजगारमूलक फसलें लेने पर भी फोकस करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसी प्रकार जलवायु के अनुरूप मसाला वर्गीय फसल लेने के किसानों को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया। किसानों को बीज, खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तथा विभागीय योजनाओं लाभ समय पर एवं पारदर्शी तरीके से उपलब्ध कराया जाए। इस दौरान संचालक कृषि तथा प्रबंध संचालक राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम श्री अजय कुमार अग्रवाल ने तीनों जिलों में खाद एवं बीज की उपलब्धता, भण्डारण एवं वितरण की जानकारी मंत्री श्री नेताम को दी। 
बैठक में उप संचालक कृषि ने बताया कि कांकेर जिले में 38869.35 क्विंटल धान बीज का भण्डारण किया गया था, जिसमें से अब तक 34756.60 क्विंटल धान का वितरण किसानों को किया जा चुका है। इसी प्रकार 25568.13 मेट्रिक टन यूरिया खाद् भण्डारित किया गया है, जिसमें से 20525.87 मेट्रिक टन खाद् का वितरण किया जा चुका है तथा वर्तमान में जिले में 5042.27 मेट्रिक टन यूरिया खाद कांकेर जिले में उपलब्ध है। इसी प्रकार डीएपी खाद 7024.15 मेट्रिक टन भण्डारित किया गया है, जिसमें 6002.05 मेट्रिक टन का वितरण किया गया और वर्तमान में 1022.10 मेट्रिक टन खाद उपलब्ध है। एनपीके 9129.55 मेट्रिक टन भण्डारित किया गया था, जिसमें से 7216.73 मेट्रिक टन का वितरण किया जा चुका है तथा 1912.82 मेट्रिक टन एनपीके जिले में अभी उपलब्ध है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत वर्ष 2024-25 जिले में 75559 बीमित कृषक है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत कांकेर जिले में 82395 किसानों को लाभान्वित किया गया है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत वर्ष 2025-26 में 0.2784 लाख हेक्टेयर रकबे के लिए बीमित किसानों की संख्या 17575 है। इसके अलावा विभिन्न विभागीय योजनाओं की समीक्षा कृषि मंत्री द्वारा सिलसिलेवार की गई। 
 इसके पहले, आदिवासी विकास विभाग की समीक्षा करते हुए मंत्री श्री नेताम ने कहा कि आश्रम-छात्रावासों में निवासरत विद्यार्थियों का भविष्य संवारने की बड़ी जिम्मेदारी अधिकारियों की है। विभाग द्वारा जो दायित्व सौंपे गए हैं, उनका पूरी इच्छाशक्ति के साथ अक्षरशः पालन करें। उन्होंने तीनों जिलों के सहायक आयुक्तों को प्रत्येक सप्ताह 8-10 छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण करने तथा वहां के वस्तुस्थिति से अवगत होकर जानकारी कलेक्टर को देने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षात्मक पहलुओं पर भी विशेष रूप से ध्यान दें। कैबिनेट मंत्री ने आश्रम-छात्रावासों के लंबित एवं अपूर्ण निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने तथा पूरे परिसर में सघन पौधरोपण करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने छात्रावासों की नियमित साफ-सफाई और बिजली, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता हरहाल में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान आदिवासी विकास विभाग के आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर ने जिलावार प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने और आवश्यक व्यवस्थाओं का सतत् जायजा लेने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि शासन की राशि का किसी भी सूरत में दुरुपयोग न होने पाए, यह ध्यान में रखें।
साथ ही किसी भी आश्रम-छात्रावास में निवासरत बालक-बालिकाओं के टॉयलेट और पानी की व्यवस्था जरूर होनी चाहिए। बैठक में कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने उन्नत कृषि हेतु कार्ययोजना तैयार करने एवं आदिवासी विकास विभाग के अपूर्ण एवं लंबित कार्यों को गुणवत्ता के साथ जल्द से जल्द पूरा कराने की बात मंत्री श्री नेताम से कही। 
बैठक में कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री भरत मटियारा, जिला पंचायत के सीईओ श्री हरेश मंडावी, संयुक्त संचालक कृषि श्री कपिलदेव दीपक, एसडीएम अरूण वर्मा सहित कांकेर, धमतरी एवं बालोद जिले के कृषि तथा आदिवासी विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे। 

Sunday, July 27, 2025

होटल के रूम मे शादी का प्रलोभन देकर दुष्कर्म करने वाला आरोपी गिरफ्तार

राजनांदगांव @ डोंगरगढ़ स्थित लॉज में आरोपी द्वारा शादी का प्रलोभन देकर बनाया था पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध
 आरोपी को तावरेकेरे जिला बैंगलुरू कर्नाटक से लाकर गिरफ्तार 
वर्ष 2020 में फेसबुक के माध्यम से पीड़िता को हुआ था उत्तरप्रदेश के आरोपी लड़का से प्यार

आरोपी शादी के लिये टालमटोल करने पर पीड़िता जिला कोरबा के कोतवाली थाना में कि थी रिपोर्ट

  पुलिस के अनुसार पीड़िता ने थाना कोतवाली जिला कोरबा में लिखित आवेदन पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपी विकास सिंह उत्तरप्रदेश के साथ वर्ष 2020 में फेसबुक के माध्यम से जान पहचान होना। बातचीत एवं मिलने-जुलने से धीरे-धीरे दोनों में प्रेम प्रसंग होने के कारण दोनों विवाह करने के लिये तैयार हो गये यह बात आरोपी के घर वाले भी जानते थे। जुलाई 2023 में आरोपी एवं पीड़िता दोनों डोंगरगढ़ मंदिर आये थे जहां स्थित लॉज में 02 दिन के लिये रूके थे उसी दौरान आरोपी पीड़िता से शादी करने का झांसा देकर पीड़िता के साथ पहली बार शारीरिक संबंध बनाया। बाद में आरोपी किसी कहासूनी बात को लेकर पीड़िता से लड़ाई-झगड़ा करने लगा एवं शादी से टाल-मटोल करने लगा। रिपोर्ट पर थाना कोतवाली जिला कोरबा में अपराध पंजीबद्ध कर असल मूल घटना थाना डोंगरगढ़ क्षेत्र होने से प्रकरण की डायरी अग्रिम विवेचना कार्यवाही किया गया
 आरोपी कर्नाटक राज्य के बैंगलुरू में होने का पता चलने पर प्रकरण के गंभीरता को देखते हुये आरोपी के पता तलाश हेतु पुलिथा बैंगलुरू से आरोपी को पकड़कर थाना डोंगरगढ़ लाकर गिरफ्तार कर लाया गया।

सरोना के भर्रीपारा मे 80 वर्षीय बुजुर्ग की नहर नाली मे डूबने से मौत


कांकेर @ दुधावा चौकी अंतर्गत ग्राम पंचयात सरोना के भर्रीपारा मे एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की पानी मे डूबने से मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार मृतक रामलाल मरकाम को उनके परिजन  सुबह से ढूंढ रहे थे किन्तु उनकी कोई जानकारी मिला। 12 बजे के आसपास  किसी ने नाली मे शव की जानकारी दिया जिसके बाद उसकी सुचना दुधावा पुलिस को दिया गया। जानकारी के बाद पुलिस मर्ग कायम किया और मामले की जांच कर रही है और शव को पीएम के लिए भेज दिया है।

नाली की नहीं होती है सफाई 

 ज्ञात हो की यह नहर नाली दुधावा जलाशय से आती है जिसकी कभी सफाई नहीं होती अभी भी जगह-जगह बड़े-बड़े घास और गंदगी पसरी हुई है ग्रामीणों ने कई बार विभाग को सूचना दिया किंतु उनके द्वारा कोई भी स्वच्छता अभियान नहीं चलाया गया जिसके कारण नहर नाली में दो माह के भीतर यह मौत की दूसरी घटना घटी है।
 सरोना के देवेंद्र साहू की नाली के झील में फंसने  से हुई थी मौत
 गौरतलब है की कुछ दिन पहले भी देवेंद्र साहू नाम के व्यक्ति की इसी नहर नाली के पुल से गिरने के बाद नहर के गंदगी और कांटों से भरे झील मे फंसने से मौत हो गई थी। अभी भी सरोना पेट्रोल पंप के पास की नालियों में बड़े-बड़े घास और झील मौजूद है वही बिजली ऑफिस के पास से मुड़पार तक नालियों में गंदगी पसरी हुई है जिस पर विभाग के द्वारा किसी प्रकार की सफाई के लिए ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

भोलेनाथ मंदिर परिसर में "जन सहयोग " संस्था द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया गया



काँकेर । सुप्रसिद्ध समाज सेवी संगठन जन सहयोग द्वारा अपने अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी के नेतृत्व में रविवार को सुबह सवेरे राजा पारा स्थित बाबा भोलेनाथ के मंदिर तथा आसपास के बड़े क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया गया। इन दिनों श्रावण माह चल रहा है और इस माह में भोलेनाथ जी की पूजा- आराधना निरंतर चलती रहती है ।
 उपर्युक्त भोलेनाथ जी के मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। उन्हें स्वच्छ वातावरण देने हेतु जन- सहयोग संस्था द्वारा समय-समय पर मंदिर परिसर की सफ़ाई की जाती है, जिसका विशेष स्वच्छता अभियान आज कई घंटे तक चलता रहा और भारी मात्रा में कचरा निकाल कर मंदिर के आसपास के बड़े क्षेत्र को भी साफ़- सुथरा बना दिया गया, जिसकी प्रशंसा श्रद्धालुओं द्वारा की जा रही है। आज के इस पुण्य सेवा कार्य में अध्यक्ष पप्पू अजय मोटवानी के अलावा वरिष्ठ समाजसेवी बल्लू राम यादव, धर्मेंद्र देव, डॉक्टर श्याम देव, करण नेताम ,भूपेंद्र यादव आदि ने सकारात्मक रूप से उत्साह पूर्वक भाग लिया।

Wednesday, July 23, 2025

हरेली पर्व की विलुप्त होती परम्परा आज भी यहां जीवित है, एंटीबायोटिक जड़ी बूटी का होता है वितरण

रिपोर्टर -राजकुमार कश्यप
कांकेर @- छत्तीसगढ़ का पहला पर्व हरेली मे कई किवदंतीयां हैं। जो धीरे- धीर विलुप्त होती जा रही है लेकिन कांकेर जिले के ग्राम डंवरखार मे इस परम्परा को ग्रामीणों ने आज भी जीवित रखा गया है। हरेली के दिन गाँव का यादव परिवार जंगल से ऐसी औषधि युक्त जड़ी बूटीयां वितरित करता है जो बारिश मे होने वाली कई बीमारियां से बचाता है। 
 वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी अगर देखें तो यह एक तरह से एंटीबायोटिक का कार्य करता है। दरअसल गांव का यादव हरेली के एक दिन पहले बेहद खास किस्म का जड़ी बूटी जंगल से लाता है. और हरेली के दिन बड़े बड़े पात्र मे सुबह 4 बजे उबाल कर गांव के देव स्थल मे लाता है। इसे ग्रामीणों को वितरण करने कि प्रक्रिया शुरु करने से पहले गाँव का गायता गांव के देवी देवता का पूजा अर्चना कर ग्रामीणों को वितरण करता है जिसे प्राप्त करने गांव के प्रत्येक परिवार से लोग पहुँचते हैं जो अपने साथ दाल, चॉवल, नमक, प्याज़ आलू, मिर्च, पैसा जड़ी बूटी के मोल स्वरूप देते हैं।